शुक्रवार, १८ जून, २०२१

कानु सन्याल ( हिंदी मे जाणकारी )

कानू सान्याल:-
  कानू सान्याल को नक्सली आंदोलन के जनक और प्रभावशाली नेता के रूप में जाना जाता है।  कानू सान्याल का जन्म पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के करसियांग गांव में हुआ था, उनके पिता आनंद गोविंद सान्याल एक अदालत में कार्यरत थे।

       कानू सान्याल ने स्कूल छोड़ दिया और दार्जिलिंग में कलिंगपोंग कोर्ट में काम करना शुरू कर दिया, जहां उस समय भारतीय कांग्रेस सत्ता में थी, जिसमें चंद्र राय बंगाल के मुख्यमंत्री थे।  एक दिन कानू सान्याल ने काले झंडे लहराकर बंगाल के मुख्यमंत्री का विरोध किया।  कानू सान्याल को गिरफ्तार कर लिया गया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।  उसी जेल में कानू सान्याल की मुलाकात दोनों नेताओं चारु मुजुमदार से हुई और दोनों करीबी दोस्त बन गए।  कानू सान्याल ने बाद में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की सदस्यता स्वीकार कर ली।

       कानू सान्याल ने नक्सली विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए उन कार्यकर्ताओं का हाथ पकड़कर कई कदम उठाए जिन्होंने खुद को उनकी विचारधारा के साथ जोड़ा और इसमें अग्रणी भूमिका निभाई।

       कानू सान्याल ने अपने जीवन में कई गलत फैसले लिए और उन्हें अंजाम दिया।  कानू सान्याल के अंतिम दिन बहुत संवेदनशील थे और 23 मार्च 2010 को अपने आवास पर फांसी लगाकर उनका निधन हो गया।

कोणत्याही टिप्पण्‍या नाहीत:

टिप्पणी पोस्ट करा

भारताचे संविधान कोणी लिहिले? प्रेम बिहारी नारायण रायजादा/ संविधान सभा/ मसुदा समिती

आपल्या सर्वांना माहीतच आहे की डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकरांनी अथक प्रयत्न करून भारतामध्ये जगातील सर्वात मोठी लोकशाही रुजवण्यात यशस्वी झालेत. जर...